आकाश हिली तो हिली ।
पहाड़ टली तो टली (2)
ईश्वर केर कहल वचन
बाईबल में लिखल वचन
कभी न टली
एक दिना तो ई सुन्दर काया।
माटी में मिल जाई रे (2)
येसु केर प्रेम आहे येसु तो अपन तरी
कभी न मोली
बालू में न रे घर बनावा
आँधी में गिर जाई रे (2)
ईश्वर केर वचन में जे भी घर बनाई
कभी न गिरी
दुल्हा जब आवी आधी राती
बरतिया में धूम मची (2)
जेकर जगह तेल नहीं जेकर जगह दीया नहीं
प्रभु के टली