अपनों को तो सभी करते हैं प्यार
यही दुनिया की रिवाज
लेकिन येसु कहता है, कर लो प्यार जितना दुश्मनी गहरा
आजमालो उनकी संदेशा जो है सबसे निराला
चलना सीखों उनकी राहों पर
जिन्दगी प्यार से भर जाएगा ।
अपनों को की रिवाज।
किसी की चोट के बदले में ऽ ऽ
तुम भी चोट न देना, हर जख्मी दिलों में ऽ ऽ
मरहम लगाते जाना, एक गाल पे मारे तो
दूसरा गाल भी दे देना
बिछाये जो काँटे राहों पर तुम फूलों से भर देना
सारे संसार में फैला दो ऽ ऽ, येसु की शुभ संदेशा
रहे न कोई भी जुदा होके ऽ ऽ, उनके प्यार से सदा (2)
ये जो प्यार के बंधन में, उसने ही हमें बाँधा है
इस प्यार की खुशबू से, महकाएँगे धरती को