प्रभु के प्रांगन में आनन्द मनाते चलो
उसके उपकारों का गुणगान करते चलो
प्रभु के प्रांगन में {(2)}
सारे जगत का ओ अंतर्यामी है
हरेक प्राणी का एकमात्र स्वामी है
चलो हम घोषित करें उनका पावन नाम
चलो हम गूंजित करें उनकी कृति-महान
प्रभु के प्रांगन में…
अपने ही चरणों में हमें बुलाता है
सुन्दर वरदानों से विभूषित करता है
चलो हम घोषित करें उनका पावन नाम
चलो हम गूंजित करें उनकी कृति-महान
प्रभु के प्रांगन में…
महती दया का ओ मीठा झरना है
अनादि प्रेम का अनन्त झरिया है
चलो हम घोषित करें उनका पावन नाम
चलो हम गूंजित करें उनकी कृति-महान
प्रभु के प्रांगन में…