सारी धरती सारा गगन
करते हैं तेरी जय जयकार
भूमंडल के प्राणी सभी
गाते हैं तेरा महिमागान
तेरी सृष्टि है अनोखी
तेरे कार्य महान (2)
तू है सबका जीवनदाता
तू है पालनहार
तूने रचा है मुझ पापी को
तूने दिया है वरदान (2)
अर्पण ये जीवन तुमको प्रभु जी
निछावर है तुझपे ये प्राण
हर जन के मन में भर दो प्रभु
तेरी शक्ति अपार (2)
पावन आत्मा आन बसो तुम
रहता है तू तीनों धाम